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अंतिम यात्रा के लिए जब पूरा शहर उमड़ पड़ा तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए और सात साल के बच्चे ने अपने मारे गए पिता को एक और सलामी दी।

हिन्दी   में : जब संत कर्नल मनप्रीत सिंह के मानव अवशेष घर पहुंचे तो उनके सात साल के बच्चे ने सेन…

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